एक पुरानी कहावत है सौ रोगों का एक ठिकाना, मोटा पेट कभी मत पाना| जी हाँ पुराने लोगों ने इसी मोटापे को बीमारियों की असली जड़ (वजह) बताया है| अत्यधिक चर्बी या वसा जब हमारे शरीर मे जमा होने लगता है तब व्यक्ति मोटा होने लगता है । हम कह सकते है की मोटापा एक ऐसी स्थिति है जहां किसी व्यक्ति के शरीर में असामान्य या अत्यधिक वसा जमा हो जाती है । एक समय था जब मोटापा उच्च आय वाले शहरी लोगों की बीमारी माना जाता था , लेकिन अब यह कम और माध्यम आय वर्ग के लोगों मे भी तेजी से फैल रहा है । मोटापा आपके असंतुलित जीवन शैली और बीमार होने की निशानी है ।
मोटापा होता क्यों है ?
जब भी कोई व्यक्ति अपनी आवश्यकता से अधिक केलोरी का सेवन करता है तो ऐसी आवश्यकता से अधिक सेवन कि गई केलोरीज़ शरीर मे चर्बी के रूप मे जमा होने लगती है , और यही मोटापे का मुख्य कारण है । दूसरे शब्दों मे कहा जाए तो जितना भोजन आप खाते है उससे प्राप्त होने वाली केलोरीज़ उतनी होनी चाहिए जितनी आपके शरीर की आवश्यकता है। किसी व्यक्ति को कितनी केलोरीज़ की आवश्यकता है यह उसके शरीर द्वारा किये जाने वाले कार्य पर निर्भर है । शारीरिक श्रम करने वाले लोगों को अधिक केलोरीज़ की जरुरत होती है जबकि ऑफिस मे जाकर बैठ कर काम करने वाले लोगों को कम केलोरीज़ चाहिए।
मोटापा स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डालता है। एक व्यक्ति के लिए, मोटापा आमतौर पर खपत कैलोरी और विस्तारित कैलोरी के बीच असंतुलन का परिणाम होता है। शारीरिक गतिविधि में समान वृद्धि के बिना उच्च कैलोरी खाद्य पदार्थों की खपत में वृद्धि से वजन में वृद्धि होती है। शारीरिक गतिविधि के घटते स्तर से ऊर्जा असंतुलन भी होगा और वजन बढ़ने लगेगा।
कैसे जाने की आप मोटापे से ग्रस्त है या नहीं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) अधिक वजन और मोटापे को असामान्य या अत्यधिक वसा संचय के रूप में परिभाषित करता है जो स्वास्थ्य के लिए बहुत हानिकारक है। आमतौर पर वयस्कों में अधिक वजन और मोटापे को वर्गीकृत करने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला एक सरल उपाय बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) है। बीएमआई को ज्ञात करने के लिए व्यक्ति के वजन (किलोग्राम में) एक व्यक्ति के वजन को उसकी ऊंचाई (मीटर) के वर्ग से विभाजित किया जाता है । यदि बॉडी मास इंडेक्स 25 और इससे अधिक 30 के मध्य है तो व्यक्ति सामान्य से अधिक वजन
बॉडी मास इंडेक्स = वजन ( किलोग्राम) / ऊंचाई ² ( मीटर )
बॉडी मास इंडेक्स | स्थिति |
<18.5 | कम वजन (Underweight) |
18.5 से 24.9 | सामान्य ( Normal ) |
24.9 से 29.9 | अधिक वजन (Overweight) |
30 से 34.9 | मोटापा (Obese) |
> 34.9 | अत्यधिक मोटापा (Extremely Overweight) |
मोटापा एक वैश्विक एवं राष्ट्रीय परिदृश्य
कभी इसे उच्च आय वाले देशों की समस्या माना जाता था, अब कम आय वाले और मध्यम आय वाले देशों में विशेषकर शहरी क्षेत्रों में अधिक वजन और मोटापे की समस्या बढ़ रही है। 1980 के बाद से दुनिया भर में मोटापा दोगुना हो गया है। 2014 में 1.9 बिलियन से अधिक वयस्क (18 वर्ष और अधिक) और पांच वर्ष से कम आयु के 41 मिलियन बच्चे अधिक वजन वाले थे। 2014 में अधिक वजन या मोटापे से ग्रस्त पांच वर्ष से कम उम्र के लगभग आधे बच्चे एशिया में रहते थे
एक अनुमान के अनुसार भारत में मोटापे की व्यापकता 40.3% है। पुरुषों की तुलना में महिलाओं में मोटापे का प्रसार अधिक है (41.88% बनाम 38.67%), ग्रामीण से शहरी (44.17% बनाम 36.08%), और 40 से कम (45.81% बनाम 34.58%) की तुलना में अधिक था। अधिक शिक्षा ने एक उच्च मोटापा (44.6% कॉलेज बनाम 38% अशिक्षित) निहित किया, जैसा कि कम शारीरिक गतिविधि (43.71% निष्क्रिय बनाम 32.56% सख्ती से सक्रिय) था। शारीरिक गतिविधि के लिए ऑड्स अनुपात 3.83 था, जो उम्र (1.58), शिक्षा (1.4), शहरी (1.3), और लिंग (1.2) से अधिक मजबूत था।
अधिक वजन और मोटापा भारत में उभरती स्वास्थ्य समस्याएं हैं। राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण भारत-3 (एनएफएचएस-3) के अनुसार, 2005-06 में 13 प्रतिशत महिलाएं (15-49 वर्ष) और नौ प्रतिशत पुरुष (15-49 वर्ष) अधिक वजन या मोटापे से ग्रस्त थे। ग्रामीण क्षेत्रों की तुलना में शहरी क्षेत्रों में अधिक वजन का प्रचलन अधिक था और कृषि या मैनुअल काम में शामिल लोगों में कम था।
अधिक वजन और मोटापा कम वजन की तुलना में अधिक लोगों को मारता है । इसके कारण हृदय रोग, दिल का दौरा और स्ट्रोक , मधुमेह, मांस पेशियों एवं अस्थि रोग विकार , ऑस्टियोआर्थराइटिस , स्तन , ओवरी , प्रोस्टेट , लीवर सहित कुछ कैंसर के लिए एक पूर्व संकेत कारक के रूप में कार्य करता है।
यदि आप भी किसी भी प्रकार से अधिक वजन या मोटापे की समस्या से पीड़ित है और चाहते है कि आप बगैर किसी साइड इफेक्ट के और निरापद प्राकृतिक चिकित्सा के माध्यम से अधिक वजन और मोटापे के रोग से छुटकारा पा सकें तो आप हमारे मोटापा भारत छोड़ो अभियान से जुड़े और हमारे विशेषज्ञों की देख-रेख मे इस रोग से मुक्ति पा सकते है ।
मोटापे से मुक्ति की ओर एक कदम:
यदि आप भी किसी भी प्रकार से अधिक वजन और/या मोटापे से पीड़ित है और चाहते है कि आप बगैर किसी दवा के, बग़ैर किसी साइड इफेक्ट के और निरापद प्राकृतिक चिकित्सा के माध्यम से इस रोग से छुटकारा पा सकें तो आप हमारे मोटापा भारत छोड़ो अभियान से जुड़े और हमारे विशेषज्ञों की देख-रेख मे इस रोग से मुक्ति पा सकते है ।